How to start Ball Pen making business?
How to start Ball Pen making business? – अगर आप काम लागत में बिजनेस प्लान सर्च कर रहे है तो यह बिजनेस आईडिया आपके लिये उपयोगी साबित हो सकता है। पेन बनाने का बिजनेस आप कैसे शुरू कर सकते है और शुरू करने के लिये रॉ मटेरियल और मशीन कहा ले ले सकते है। यह सारी जानकारी आज हम आपको यहां देने वाले है।

Ball Pen making business StartUp 2024
रोजमर्रा की जिंदगी में पेन हर समय काम आने वाली चीज़ों में से एक है। जैसे कि घर से स्कूल और स्कूल से दफ्तर हर जगह इसकी आवश्यकता होती है। इसका व्यापार बहुत कम पैसे में शुरू किया जा सकता हैं।
बॉल पेन की सबसे ख़ास बात ये होती है कि इसकी स्याही जल्द से जल्द सूख जाती है। इन दिनों ‘यूज़ एंड थ्रो’ पेन का भी खूब इस्तेमाल किया जा रहा है। यूज एंड थ्रो पेन या बॉल पेन का उद्योग बहुत आसानी से अपने घर में शुरू किया जा सकता है।
Raw Material List For Ball Pen making business
बॉल पेन बनाने के लिए निम्नलिखित सामग्रियों की आवश्यकता होती है। और यह सामग्री कहा से खरीद सकते है। देखें पूरी जानकारी यहां देखें। पेन बनाने की चीज़े किसी बड़े होल सेल मार्किट में मिल सकती हैं।
या इन्हें ऑनलाइन भी पाया जा सकता है, जो ये सारी चीज़े आप के घर तक पहुंचा देंगे. इसे ऑनलाइन मंगाने के लिए नीचे दिए गये वेबसाइट पर जायें। Raw Material List For Ball Pen making business
1.बैरल –
बैरल पेन का वह हिस्सा होता है, जिसमे स्याही भरी जाती है. यह आपको 140 रूपये प्रति 250 पीस में मिल सकता है।
2.एडाप्टर –
एडाप्टर बैरल और टिप के बीच का हिस्सा होता है. जोकि 4.5 रूपये प्रति 144 पीस मिल सकता है।
3.टिप –
टिप पेन का वह हिस्सा होता है, जहाँ से लिखते समय स्याही नियमित रूप से बाहर आती है. यह आपको 28 से 35 रूपये प्रति 144 पीस में मिल सकता है।
4.ढक्कन –
यह पेन को ढ़कने के लिए उपयोग किया जाता है. इसके ढक्कन की कीमत 25 रूपये प्रति 100 पीस है।
5.स्याही –
यह पेन के लिए सबसे महत्वपूर्ण सामग्री है जोकि 120 से 400 रूपये प्रति लीटर में मिल सकती है।
यह सामग्री यहां से ऑनलाइन खरीद सकते है –
बैरल के लिए https://dir.indiamart.com/search.mp?ss=pen+barrel&source=autosuggest वेबसाईट पर जायें।
एडाप्टर के लिए https://dir.indiamart.com/search.mp?ss=pen+adapter वेबसाईट पर जायें।
टिप के लिए https://dir.indiamart.com/search.mp?ss=pen+tip वेबसाईट पर जायें।
ढ़क्कन के लिए https://dir.indiamart.com/search.mp?ss=pen+caps&source=autosuggest पर जायें।
स्याही के लिए https://dir.indiamart.com/search.mp?ss=ink+ पर जायें।
पेन बनाने के लिए मशीनें – Ball Pen making business Machines
यह उद्योग शुरू करने के लिए कम से कम 200 वर्ग फिट जगह की आवश्यकता होती है। इस जगह में लगभग पांच मशीनें बैठाई जाती हैं. नीचे पांचों मशीनों के विषय में दिया जा रहा है।
- पंचिंग मशीन : पंचिंग मशीन वह मशीन होती है जिससे बैरल में एडाप्टर सेट किया जाता है।
- इंक फिलिंग मशीन : इंक फिलिंग मशीन की सहायता से बैरल में स्याही भरी जाती है।
- टिप फिक्सिंग मशीन : टिप फिक्सिंग मशीन की सहायता से पेन के एडाप्टर में टिप लगाया जाता है, जो लिखने में सहायक है।
- सेण्ट्रीफ्यूगिंग मशीन : इसकी सहायत से पेन के अन्दर स्याही भरते हुए रह गये अतिरिक्त हवा को पेन से निकाला जाता है।
पेन बनाने के व्यापार के लिए कुल लागत (Ball Pen making business Cost)
आम तौर पर सस्ते मशीन की कीमत 25,000 रूपए हैं, ये मशीनें छोटा व्यापार शुरू करने के लिए ठीक है। इसे कई बड़ी हार्डवेयर दूकानें बेचती हैं। इसे ऑनलाइन मंगाने के लिए वेबसाइट देख सकते हैं।
उपरोक्त सभी चीज़ों को लेकर पहली बार पेन बनाने के व्यापार को स्थापित करने के लिए 30 से 40 हज़ार रूपए तक लग सकते हैं. इन 40 हज़ार रुपये में 25 हज़ार सिर्फ मशीन के हैं। अतः ये अनुमान लगाया जा सकता है कि यदि एक बार मशीन बैठा लिया जाए तो, कम से कम पैसे लगा कर यह व्यापार चलाया जा सकता है।
इसके अलावा यदि आप बड़ा व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए ऑटोमेटिक मशीन की आवश्यकता होती है जोकि आपको 4 लाख रूपये तक मिल सकती है. इसके लिए कुल लागत इससे ज्यादा भी हो सकती है।
पेन बनाने की प्रक्रिया – Ball Pen Making Process
Ball Pen making business पेन बनाने की प्रक्रिया आसान और अल्प सामायिक है। यहाँ इस प्रक्रिया का पूर्ण विवरण दिया जा रहा है।
- सबसे पहले बैरल को पंचिंग मशीन में लगाना होता है। इस मशीन में पहले से एडाप्टर लगे हुए होते हैं। बैरल एडाप्टर को देखते हुए सही जगह लगाकर पंच करते ही बैरल में एडाप्टर सेट हो जाता है।
- एडाप्टर सेट हो जाने के बाद बैरल में स्याही भरने की प्रक्रिया आती है। स्याही भरने के लिए इंक फिलिंग मशीन का इस्तेमाल होता है।
- इंक फिलिंग मशीन में पहले से स्याही भरी हुई होती है। स्याही भरते समय इस बात का ध्यान रखना ज़रूरी है कि स्याही बैरल की साइज़ के अनुसार भरी जाए।
- अधिक स्याही भरने से वह बाहर भी आ सकती है जिससे पेन की क्वालिटी पर भी असर पड़ सकता है।
- इसके बाद बैरल की ऊपरी छेद पर हाथ लगाकर रखें, फिर उसे टिप फिक्सिंग मशीन में लगाया जाता है।
- इस मशीन की सहायता से स्याही भरे बैरल में टिप लगाया जाता है. इसके बाद ये बैरल पेन में बदल जाता है।
- इसके बाद इस पैन को सेंट्रीफ्यूगिंग मशीन में डाला जाता है जिससे इसके अंदर की अतिरिक्त हवा बाहर निकल जाए।
- अब इस पेन का इस्तेमाल लिखने के लिए आराम से किया जा सकता है. इसी तरह आप मशीनों की मदद से अधिक संख्या में पेन बना सकते हैं और अपने ब्रांड का पेन बाज़ार में उतार सकते हैं।
पेन बनाने के व्यापार की मार्केटिंग (Ball Pen Making Business Marketing)
बाज़ार में कई छोटी बड़ी कंपनियां पेन का व्यापार कर रही हैं, ऐसे में अपने व्यापार को बढाने के लिए कुछ विशेष क़दम उठाने की ज़रुरत होती है. पेन की क्वालिटी बेहतर रखना मार्केटिंग की पहली शर्त है। क्वालिटी बनाये रखने के लिए सर्वप्रथम पेन की स्याही को बेहतर क्वालिटी का रखना होगा।
इसके साथ ही एक और बड़ी आवश्यकता टिप की क्वालिटी भी अच्छी होनी चाहिए ताकि लिखावट अच्छी हो सके. अपने ब्रांड को प्रमोट करने के लिए छोटे बड़े पोस्टर्स और होर्डिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। शहर के उन्नत जगहों पर अपने ब्रांड की होल्डिंग लगवाएं ताकि अधिक से अधिक लोगों की नज़र आपके ब्रांड पर पड़ सके।
पेन की पैकेजिंग कैसे करें – Ball Pen making business Packaging
पैकिंग करते हुए ऐसे पैकेट्स तैयार करें, जो आकर्षक दिखाई दे। तात्पर्य यह है कि, पांच पेन की कीमत पर एक अधिक पेन ऑफर के तौर पर पैकेट में डाल दें। इससे ग्राहक आपके ब्रांड की तरफ आकर्षित होंगे।
आम तौर पर पेन बेचने के लिए 5 या 10 पीस के पैकेट्स बनाए जा सकते हैं. इसे आप खुल्ला भी बेच सकते हैं।
पेन बनाने के व्यापार का पंजीकरण – Ball Pen making business Registration
सबसे पहले व्यापार शुरू करें और व्यापार जब तेज़ गति से चलने लगे तो अपने ब्रांड का पंजीकरण करा लें। आप अपनी कंपनी का पंजीकरण LLP, OPC या PVT. LTD के अंतर्गत करा सकते हैं। आपको अपने लोकल अथॉरिटी से ट्रेड लाइसेंस लेने की आवश्यकता होती है।
कंपनी के नाम का करंट बैंक अकाउंट और पैन कार्ड होना भी ज़रूरी है। इसमें ‘पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड’ के लाइसेंस की ज़रुरत नहीं पड़ती है. यह बड़े व्यापार को शुरू करने के लिए बहुत जरुरी है।